राम सिया के शुभ ब्याह की घड़ी है- सिया के राम (Ram Siya Ke Shubh Byah Ki Ghadi Hai)

राम सिया के शुभ ब्याह की घड़ी है,
मिल मंगल गाओ री, मिल मंगल गाओ री,
मिथिला नगरिया में धूम मची है,
सब मिल खुशियाँ मनाओ री।
सब मिल खुशियाँ मनाओ री...

राम सिया के शुभ ब्याह की घड़ी है,
मिल मंगल गाओ रे,
सब मिल खुशियाँ मनाओ रे।

संग चारो भाई अनूप सोहे,
वर वधु सुखधाम है।
महिमा ना कोई कहि सके,
मंगल भवन सिया राम है।
मंगल भवन सिया राम है...

सारी नगरिया में भोर भई है,
सब मिल पुण्य कमाओ री।
सब मिल पुण्य कमाओ री...

राम सिया के शुभ ब्याह की घड़ी है,
मिल मंगल गाओ रे।
सब मिल खुशियाँ मनाओ रे।

विधि का विधान देखो,
हो रहा मिलन।

हो रहा मिलन...

देवगण मुनि जन सकल जग,
कर रहे नमन।

कर रहे नमन...

धन्य धन्य हुई आज जनकपुरी है,
धन्य धन्य हुई आज जनकपुरी है,
सब मिल मिल मंगल गाओ री।
सब मिल मिल मंगल गाओ री...

लगे पखारण पावं पंकज,
प्रेम तन पुलकावली।
लगे पखारण पावं पंकज,
प्रेम तन पुलकावली,

नव नगर गान निसाह जैगुनि,
उमग जन चहु जिस चली।

गंगा जिन चरणन बिराजे,
सारी सृष्टि के निधिपति।
नित् ध्यान में हर क्षण है रखते,
जिनको जन जोगी जती।

संग चारो भाई अनूप सोहे,
वर वधु सुखधाम है।
महिमा ना कोई कहि सके,
मंगल भवन सिया राम है।
मंगल भवन सिया राम है...

सारी नगरिया में भोर भई है,
सब मिल पुण्य कमाओ री।
सब मिल पुण्य कमाओ री...

धन्य धन्य हुई आज जनकपुरी है,
धन्य धन्य हुई आज जनकपुरी है,
सब मिल मिल मंगल गाओ री।
सब मिल मिल मंगल गाओ री...

दानों में दान महादान कन्यादान।
दानों में दान महादान कन्यादान,
राजा जनक करते सिया का शुभ दान॥
राजा जनक करते सिया का शुभ दान...

विधि का विधान देखो,
हो रहा मिलन।

हो रहा मिलन।
देवगण मुनि जन सकल जग,
कर रहे नमन।

कर रहे नमन।

धन्य धन्य हुई आज जनकपुरी है।

नियति की लीला अद्भुत भई है,
सब मिल मिल मंगल गाओ री।
राम सिया के शुभ ब्याह की घड़ी है,
मिल मंगल गाओ री।

राम, सिया राम, सिया राम, सिया राम,
राम, सिया राम, सिया राम, सिया राम...

राम की हुई सीता, हुये सिया के राम।
चारों ओर जयघोष, राम सिया राम॥
राम, सिया के राम...
राम, सिया के राम...

Ram Siya Ke Shubh Byah Ki Ghadi Hai
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