लेके पूजा की थाली, ज्योत मन की जगाली - भजन (Leke Pooja Ki Thali Bhajan)
लेके पूजा की थाली,
ज्योत मन की जगा ली,
तेरी आरती उतारूँ, भोली माँ।
तू जो दे दे सहारा,
सुख जीवन का सारा,
तेरे चरणों पे वारूँ, भोली माँ।
ओ माँ.. ओ माँ..
लेके पूजा की थाली,
ज्योत मन की जगा ली,
तेरी आरती उतारूँ, भोली माँ।
तू जो दे दे सहारा,
सुख जीवन का सारा,
तेरे चरणों पे वारूँ, भोली माँ।
ओ माँ.. ओ माँ..
धूल तेरे चरणों की ले कर,
माथे तिलक लगाया,
हो.. धूल तेरे चरणों की ले कर
माथे तिलक लगाया।
यही कामना लेकर मैया,
द्वारे तेरे मैं आया।
रहूँ मैं तेरा हो के,
तेरी सेवा में खो के,
सारा जीवन गुजारूं, भोली माँ।
तू जो दे दे सहारा,
सुख जीवन का सारा,
तेरे चरणों पे वारूँ, भोली माँ।
ओ माँ... ओ माँ...
सफल हुआ ये जनम के मैं था,
जन्मों से कंगाल,
हो.. सफल हुआ ये जनम के मैं था,
जन्मों से कंगाल।
तूने भक्ति का धन देके,
कर दिया मालामाल।
रहे जब तक ये प्राण,
करूं तेरा ही ध्यान,
नाम तेरा पुकारूँ, भोली माँ।
तू जो दे दे सहारा,
सुख जीवन का सारा,
तेरे चरणों पे वारूँ, भोली माँ।
ओ माँ… ओ माँ…
लेके पूजा की थाली,
ज्योत मन की जगा ली,
तेरी आरती उतारूँ, भोली माँ।
तू जो दे दे सहारा,
सुख जीवन का सारा,
तेरे चरणों पे वारूँ, भोली माँ।
ओ माँ.. ओ माँ…