सिया राम जी का डंका लंका में - भजन (Siya Ram Ji Ka Danka Lanka Me)

बजवा दिया बजरंग बाला ने,
सिया राम जी का डंका, लंका में,
बजवा दिया बजरंग बाला ने।

कहत मंदोदरी सुन पिया रावण ,
ये क्या कुमति कमाई रे,

तीन लोक की सीता माँ,
वा ने क्यूँ हर लाई रे,
सिया राम जी का डंका लंका में,
बजवा दिया बजरंग बाला ने।

राम, जय राम, मेरे प्रभु राम।
राम, जय राम, सबके प्रभु राम॥

मेघनाथ सा पुत्र हमारे,
कुम्भकरण सा भाई रे,

लंका जैसा कोट हमारो ,
सात समुद्र सी खाई रे,
सिया राम जी का डंका लंका में,
बजवा दिया बजरंग बाला ने।

हनुमान सा सेवक उनका,
लक्ष्मण जैसा भाई रे,

जलत अगन में कूद पड़े वो,
कोट गिने ना खाई रे,
सिया राम जी का डंका लंका में,
बजवा दिया बजरंग बाला ने।

राम, जय राम, मेरे प्रभु राम।
राम, जय राम, सबके प्रभु राम॥

रावण मार राम घर आये,
घर घर बटत बधाई रे,

सुर नर मुनि जन आरती उतारे,
तुलसीदास जस गाई रे॥
सिया राम जी का डंका लंका में,
बजवा दिया बजरंग बाला ने।

राम, मेरे राम...
राम, राम...

Siya Ram Ji Ka Danka Lanka Me
Next Post Previous Post
Comments 💬