अगर मैं ग्वाला होता - भजन (Agar Main Gwala Hota)
Krishna Bhajan: Agar Main Gwala Hota
Singer: Lakhbir Singh Lakkha
Music
Director: B.D. Pawar
Album: Charno Mein Rehne Do
Music Label:
T-Series
Lakhbir Singh Lakkha Agar Main Gwala Hota
[ये थी हसरत मेरी, ये तमन्ना मेरी,
मनमोहन के मन भाता।
ग्वाल बाल और
श्याम के संग में,
मधुबन में गाय चराता॥]
अरमान यही था दिल का,
अरमान यही था दिल का,
पर काम था ये मुश्किल
का,
अरे, उस मोहन के गोकुल का,
अगर मैं ग्वाला होता,
अगर मैं
ग्वाला होता,
अगर मैं ग्वाला होता,
अगर मैं ग्वाला होता॥
संग, संग श्री श्याम के जाता,
मधुबन में गाय चराता,
संग, संग श्री
श्याम के जाता,
मधुबन में गाय चराता,
ओ नित उनका हुकुम बजाता,
अगर
मैं ग्वाला होता,
अगर मैं ग्वाला होता,
अगर मैं ग्वाला होता,
अगर
मैं ग्वाला होता॥
जमुना के तीरे, ग्वालों को जुटाता।
इस कदम के नीचे, मुरली बजवाता।
ओ
जमुना के तीरे, ग्वालों को जुटाता।
इस कदम के नीचे, मुरली
बजवाता।
बिन खाये बिन पिये, मैं वही रह जाता,
धुन मुरली की सुन
पाता।
अगर मैं ग्वाला होता,
अगर मैं ग्वाला होता,
अगर मैं ग्वाला
होता,
अगर मैं ग्वाला होता॥
अरमान यही था दिल का,
पर काम था ये मुश्किल का,
उस मोहन के गोकुल
का,
अगर मैं ग्वाला होता,
अगर मैं ग्वाला होता,
अगर मैं ग्वाला
होता,
अगर मैं ग्वाला होता॥
नित बड़े सवेरे, नन्दलाल को जगाता।
उन्हें गोद उठाए, अपने घर लाता।
नित
बड़े सवेरे, नन्दलाल को जगाता।
उन्हें गोद उठाए, अपने घर लाता।
कहीं
माखन, मलाई उन्हें इतना खिलाता,
चलना मुश्किल हो जाता,
अगर मैं ग्वाला
होता,
अगर मैं ग्वाला होता,
होय होय, अगर मैं ग्वाला होता,
अगर
मैं ग्वाला होता॥
हो अरमान यही था दिल का,
पर काम था ये मुश्किल का,
उस मोहन के गोकुल
का,
अगर मैं ग्वाला होता,
अगर मैं ग्वाला होता,
अगर मैं ग्वाला
होता,
अगर मैं ग्वाला होता॥
फिर नए नए ढंग से, श्री श्याम को सजाता।
मैं कुंजन वन में, जाके फूल ले
आता।
फिर नए नए ढंग से, श्री श्याम को सजाता।
मैं कुंजन वन में, जाके
फूल ले आता।
कहे लक्खा ऐ बनाता, मैं सिर से लगाता,
फूलों का हार
पहनाता,
अगर मैं ग्वाला होता,
अगर मैं ग्वाला होता,
अगर मैं
ग्वाला होता,
अगर मैं ग्वाला होता॥
हो अरमान यही था दिल का,
पर काम था ये मुश्किल का,
उस मोहन के गोकुल
का,
अगर मैं ग्वाला होता,
अगर मैं ग्वाला होता,
अगर मैं ग्वाला
होता,
अगर मैं ग्वाला होता॥