ओ मैया तेने का ठानी मन में - रामायण भजन (O Maiya Tene Ka Thani Man Me)

O Maiya Tene Ka Thani Man Me

O Maiya Tene Ka Thani Man Me Lyrics

ओ मईया तेने का ठानी मन में,
राम-सिया भेज दये री बन में,
राम-सिया भेज दये री बन में,
हाये रे तेने का ठानी मन में,
राम-सिया भेज दये री बन में,
राम-सिया भेज दये री बन में॥

जदपि भरत तेरो ही जायो,
जदपि भरत,
जदपि भरत तेरो ही जायो,
तेरी करनी देख लजायो,
अपनों पद तेने आप गँवायो,
भरत की नजरन में,
राम-सिया भेज दये री बन में॥

ओ... हठीली तेने का ठानी मन में,
राम-सिया भेज दये री बन में,
राम-सिया भेज दये री बन में॥

मेहल छोड़ वहाँ नहीं रे मड़ैया,
मेहल छोड़...,
मेहल छोड़ वहाँ नहीं रे मड़ैया,
सिया सुकुमारी,संग दोउ भईया,
काहू वृक्ष तर भीजत होंगे,
तीनों मेहन में,
राम-सिया भेज दये री बन में॥

दीवानी तेने का ठानी मन में,
राम-सिया भेज दये री बन में,
राम-सिया भेज दये री बन में॥

कौशल्या की छिन गयी बानी,
कौशल्या की...,
कौशल्या की छिन गयी बानी,
रोय ना सकी उर्मिल दीवानी,
कैकेयी तू बस एक ही रानी,
रह गयी महलन में,
राम-सिया भेज दये री बन में॥

ओ...हो...,
दीवानी तेने का ठानी मन में,
राम-सिया भेज दये री बन में,
राम-सिया भेज दये री बन में,
राम-सिया भेज दये री बन में॥

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