राम नाम को रटने वाले, जरा सामने आओ तुम - भजन (Ram Naam Ko Ratne Wale)
यह भजन हनुमान जी और माता सीता के संवाद पर आधारित है, जब हनुमान जी माता सीता का पता लगाने लंका नगरी गए थे। यह भजन फिल्मी गाने "फूल तुम्हें भेजा है खत में, फूल नहीं मेरा दिल है" की तर्ज पर गाया गया है।
Ram Naam Ko Ratne Wale Lyrics
राम नाम को रटने वाले,
जरा सामने आओ तुम,
राम नाम को रटने वाले,
जरा सामने आओ तुम।
कौन हो तुम क्या नाम तुम्हारा,
इतना तो बतलाओ तुम॥
प्रभु राम का दास हूँ माता,
चरणों में परणाम मेरा,
प्रभु राम का दास हूँ माता,
चरणों में परणाम मेरा,
पवन पुत्र अंजनी का लाला,
हनुमान है नाम मेरा॥
राम नाम को रटने वाले॥
कैसे है मेरे प्राण नाथ जी,
लेने मुझे कब आएँगे।
कैसे है मेरे प्राण नाथ जी,
लेने मुझे कब आएँगे।
धीरज रखो हे माता प्रभु,
जल्दी तुम्हे ले जाएंगे।
प्यासी प्यासी इन अँखियों को,
कब आ दरश दिखाएंगे,
कब आ दरश दिखाएंगे।
मार के अभिमानी रावण को,
माता तुम्हे छुड़ाएंगे।
राम नाम को रटने वालें,
जरा सामने आओ तुम,
राम नाम को रटने वाले॥
आज्ञा नहीं है मुझे प्रभु की,
माता तुम्हे जो ले जाऊं।
आज्ञा नहीं है मुझे प्रभु की,
माता तुम्हे जो ले जाऊं।
व्याकुल मनवा धीर धरे ना,
कैसे इसको समझाऊं।
मुझमे शक्ति इतनी माता,
मैं बजरंगी कहलाऊँ,
मैं बजरंगी कहलाऊँ।
मेरे प्रभु के प्यारे हनुमत,
तुम पर मैं वारी जाऊँ।
राम नाम को रटने वालें,
जरा सामने आओ तुम,
राम नाम को रटने वाले॥