श्री गणेश अंग पूजा मंत्र (Ganesha Anga Puja Mantra)
हिन्दू धर्म में किसी भी देवी-देवता के पूजन में आचमन, अंग पूजा और वस्त्र पुष्प आदि विभिन्न श्लोक मंत्र के साथ समर्पित किए जाते हैं। इसी प्रकार गणेश चतुर्थी व अन्य उत्सवों, पर्वो व अनुष्ठानों में भगवान श्री गणेश की अंग पूजा की जाती है। इसलिए भक्तजनों को गणेश जी की अंग पूजा निम्न मंत्रों का उच्चारण करते हुये करनी चाहिए। ध्यान रहे की श्री गणेश अंग पूजा में किसी अंग की पूजा उस अंग मंत्र का जाप करते हुये ही करें।
श्री गणेश अंग पूजा मंत्र
🌸 ॐ गणेश्वराय नमः - पादौ पूजयामि।
🌸 ॐ विघ्नराजाय नमः -
जानुनि पूजयामि।
🌸 ॐ आखुवाहनाय नमः - ऊरूः पूजयामि।
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ॐ हेरम्बाय नमः - कटि पूजयामि।
🌸 ॐ कामरी सूनवे नमः - नाभिं
पूजयामि।
🌸 ॐ लम्बोदराय नमः - उदरं पूजयामि।
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ॐ गौरीसुताय नमः - स्तनौ पूजयामि।
🌸 ॐ गणनाथाय नमः - हृदयं
पूजयामि।
🌸 ॐ स्थूल कण्ठाय नमः - कण्ठं पूजयामि।
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ॐ पाश हस्ताय नमः - स्कन्धौ पूजयामि।
🌸 ॐ गजवक्त्राय नमः -
हस्तान् पूजयामि।
🌸 ॐ स्कन्दाग्रजाय नमः - वक्त्रं पूजयामि।
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ॐ विघ्नराजाय नमः - ललाटं पूजयामि।
🌸 ॐ सर्वेश्वराय नमः -
शिरः पूजयामि।
🌸 ॐ गणाधिपताय नमः - सर्वाङ्गाणि पूजयामि।