चंद्रघंटा माता की आरती (Chandraghanta Mata Ki Aarti)
मां चंद्रघंटा की आरती
जय मां चंद्रघंटा सुख धाम।
पूर्ण कीजो मेरे काम॥
चंद्र समाज तू शीतल दाती।
चंद्र तेज किरणों में समाती॥
क्रोध को शांत बनानेवाली।
मीठे बोल सिखानेवाली॥
मन की मालक मन भाती हो।
चंद्रघंटा तुम वरदाती हो॥
सुंदर भाव को लानेवाली।
हर संकट में बचानेवाली॥
हर बुधवार जो तुझे ध्याए।
श्रद्धा सहित तो विनय सुनाए॥
मूर्ति चंद्र आकार बनाए।
सन्मुख घी की जोत जलाए॥
शीश झुका कहे मन की बाता।
पूर्ण आस करो जगतदाता॥
कांचीपुर स्थान तुम्हारा।
करनाटिका में मान तुम्हारा॥
नाम तेरा रटूं महारानी।
भक्त की रक्षा करो भवानी॥
🪷 नवरात्रि के तीसरे दिन माँ चंद्रघंटा की पूजा आराधना की जाती है, उसमें इस आरती का गायन अवश्य करें। इसके अतिरिक्त किसी भी बुधवार का दिन चंद्रघंटा माता की पूजा के लिए उत्तम माना जाता है।
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Chandraghanta Mata Aarti Lyrics in Hindi HD Image
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