गुरु पूर्णिमा कोट्स और उद्धरण हिंदी में (Guru Purnima Quotes in Hindi)
Guru Purnima Quotes in Hindi: गुरु पूर्णिमा, एक ऐसा पवित्र पर्व है जो हमें हमारे गुरु और शिक्षकों के प्रति सम्मान प्रकट करने का अवसर देता है। यह दिन हर व्यक्ति के जीवन में उनके मार्गदर्शकों के महत्व को समझाने और उनके प्रति आभार व्यक्त करने का प्रतीक है। गुरु, जो हमें अज्ञान के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाते हैं, हमारे जीवन के सबसे अनमोल स्तंभ होते हैं।
गुरु पूर्णिमा का यह दिन महर्षि वेदव्यास को समर्पित है, जिन्हें वेदों की रचना और महाभारत जैसे महान ग्रंथ की रचना का श्रेय जाता है। इसके साथ ही बौद्ध धर्म में यह दिन भगवान बुद्ध के द्वारा अपने शिष्यों को प्रथम उपदेश देने का स्मरण कराता है।
इस विशेष दिन को और भी रोमांचक और आकर्षक बनाने के लिए, हमने आपके लिए गुरु पूर्णिमा कोट्स और कथन हिंदी में (Guru Purnima Quotes in Hindi) का एक सुंदर संग्रह तैयार किया है। ये कोट्स न केवल आपके दिल को छू लेंगे, बल्कि गुरु-शिष्य के पवित्र संबंध को और गहरा करेंगे और इसकी महत्ता के बारे में बताएँगे। इन्हें पढ़कर आप अपने जीवन में गुरु के महत्व को और भी बेहतर तरीके से समझ पाएंगे।
आइए, इन बेहतरीन विचारों के साथ गुरु पूर्णिमा के इस पावन पर्व को मनाएं और अपने गुरुओं को सच्ची श्रद्धा अर्पित करें।
Guru Purnima Quotes in Hindi
गुरु बिन ज्ञान न उपजै, गुरु बिन मिलै न मोष।
गुरु बिन लखै न सत्य को, गुरु
बिन मिटै न दोष॥
करता करे ना कर सके, गुरु करे सब होय।
सात द्वीप नौ खंड में, गुरु से बड़ा
ना कोय॥
गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं
वाणी शीतल चन्द्रमा, मुख-मण्डल सूर्य समान।
गुरु चरनन त्रिलोक है, गुरु अमृत
की खान॥
गुरु पूर्णिमा की हार्दिक बधाई!
गुरु बिन ज्ञान न उपजै, गुरु बिन मिलै न मोष। गुरु बिन लखै न सत्य को, गुरु बिन मिटै न दोष॥ शुभ गुरु पूर्णिमा
करता करे ना कर सके, गुरु करे सब होय। सात द्वीप नौ खंड में, गुरु से बड़ा ना कोय॥ गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं
वाणी शीतल चन्द्रमा, मुख-मण्डल सूर्य समान। गुरु चरनन त्रिलोक है, गुरु अमृत की खान॥ गुरु पूर्णिमा की हार्दिक बधाई!
सब धरती कागज करूं, लिखनी सब बनराय।
सात समुद्र की मसि करूं, गुरु गुण लिखा
न जाय॥
गुरु पुर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं।
माटी से मूरत गढ़े, सद्गुरु फूंके प्राण।
कर अपूर्ण को पूर्ण गुरु, भव से
देता त्राण॥
शुभ गुरु पूर्णिमा!
मैं तो सात समुद्र की मसीह करूं, लेखनी सब बदराय।
सब धरती कागज करूं पर,
गुरु गुण लिखा ना जाय॥
गुरु पूर्णिमा शुभकामनायें!
गुरु है गंगा ज्ञान की, करे पाप का नाश।
ब्रम्हा-विष्णु-महेश सम, काटे भाव
का पाश॥
गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं!
गुरू गोविन्द दोऊ खड़े, काके लागूं पांय।
बलिहारी गुरू अपने, गोविन्द दियो
बताय॥
गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं।
गुरु को पारस जानिए, करे लौह को स्वर्ण।
शिष्य और गुरु, जगत में दो ही हैं
वर्ण॥
गुरु पूर्णिमा की बधाई।
जो फंसा हो जीवन के मझधारों में उसका भी उद्धार हो जाता है,
गुरु के चरणों
में जाने से सबका बेड़ा पार हो जाता है।
गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं।
गुरु बिना ज्ञान नहीं, ज्ञान बिना आत्मा नहीं।
ध्यान, ज्ञान, धैर्य और कर्म
सब गुरु की ही देन है॥
गुरु के उपकारों का ,मैं कैसे चुकाऊं मोल।
हर सोने-चांदी धन-दौलत से, गुरु
हैं मेरे बेहद अनमोल॥
गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं।
गुरुवर तेरे चरणों में रहकर, हमने शिक्षा पाई है।
गलत रास्ते पर जब भी भटके,
आपने राह दिखाई है॥
आरुणि की गुरुभक्ति से, हमने शिक्षा पाई है।
और कबीर जैसे महान संत ने भी
गुरु की महिमा गाई है॥
शिल्पी छैनी से करे, सपनों को साकार।
अनगढ़ पत्थर से रचे, मनचाहा आकार॥
माटी
रख कर चाक पर, घड़ा घड़े कुम्हार।
श्रेष्ठ गुरु मिल जाय तो, शिष्य पाय
संस्कार॥
सभी को गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं!
गुरु की महिमा है अगम, गाकर तरता शिष्य।
गुरु कल का अनुमान कर, गढ़ता आज
भविष्य॥
गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं।
जब बंद हो जाए सब रास्ते, नया रास्ता दिखाते हैं गुरू।
सिर्फ किताबी ज्ञान
ही नहीं, जीवन जीना सिखाते हैं गुरू॥
गुरु आपके उपकार का, कैसे चुकाऊं मैं मोल।
लाख कीमती धन भला, गुरु हैं मेरे
अनमोल॥
गुरु को पारस मान कर शिष्य करे नित वंदन।
खरा सोना बन जाए वो, ज्ञान से महके
तन-मन॥
वो नव जीवन देता सबको, नई शक्ति का संचार करे।
जो झुक जाए उसके आगे, उसका ही
गुरु उद्धार करे॥
नई राह दिखा कर हमको, सभी संशय मिटाता है।
ज्ञान के सागर से भरा, बस वही
गुरु कहलाता है॥
माता-पिता ने जन्म दिया पर गुरु ने जीने की कला सिखाई है।
ज्ञान, चरित्र,
संस्कार और दयावान बनने की हमने शिक्षा पाई है।
जिसके प्रति मन में सम्मान होता है, जिसकी डांट में भी एक अद्भुत ज्ञान होता है। जन्म देता है कई महान शख्सियतों को, वो गुरु तो सबसे महान होता है। शुभ गुरु पूर्णिमा
वक्त भी सिखाता है और शिक्षक भी। पर दोनों में अंतर इतना है कि शिक्षक सिखाकर इम्तिहान लेता है, और वक्त इम्तिहान लेकर सिखाता है। शुभ गुरु पूर्णिमा!
जिसे देता हैं हर व्यक्ति सम्मान, जो करता हैं वीरों का निर्माण। जो बनाता हैं इंसान को इंसान, ऐसे गुरु को हम करते हैं प्रणाम॥ शुभ गुरु पूर्णिमा!
जिसके प्रति मन में सम्मान होता है,
जिसकी डांट में भी एक अद्भुत ज्ञान
होता है।
जन्म देता है कई महान शख्सियतों को,
वो गुरु तो सबसे महान
होता है।
जिसे देता हैं हर व्यक्ति सम्मान,
जो करता हैं वीरों का निर्माण।
जो
बनाता हैं इंसान को इंसान,
ऐसे गुरु को हम करते हैं प्रणाम॥
जीवन का पथ जहां से शुरू होता है,
वो राह दिखाने वाला ही गुरु होता है।
गुरु
पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं!
वक्त भी सिखाता है और शिक्षक भी। पर दोनों में अंतर इतना है कि शिक्षक सिखाकर इम्तिहान लेता है, और वक्त इम्तिहान लेकर सिखाता है। शुभ गुरु पूर्णिमा!
गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु, गुरुर देवो महेश्वरः।
गुरुः साक्षात् परब्रह्म,
तस्मै श्री गुरवे नमः।
विद्वत्त्वं दक्षता शीलं संक्रान्तिरनुशीलनम्।
शिक्षकस्य गुणाः सप्त
सचेतस्त्वं प्रसन्नता॥
गुरौ न प्राप्यते यत्तन्नान्यत्रापि हि लभ्यते।
गुरुप्रसादात् सर्वं तु
प्राप्नोत्येव न संशयः॥
गुरुरादिरनादिश्च गुरुः परमदैवतम्।
गुरोः परतरं नास्ति तस्मै श्रीगुरवे नमः॥
विनय फलं शुश्रूषा गुरुशुश्रूषाफलं श्रुत ज्ञानम्।
ज्ञानस्य फलं विरतिः
विरतिफलं चाश्रव निरोधः॥
शरीरं चैव वाचं च बुद्धिन्द्रिय मनांसि च।
नियम्य प्राञ्जलिः तिष्ठेत्
वीक्षमाणो गुरोर्मुखम्॥
नीचं शय्यासनं चास्य सर्वदा गुरुसंनिधौ।
गुरोस्तु चक्षुर्विषये न यथेष्टासनो
भवेत्॥
धर्मज्ञो धर्मकर्ता च सदा धर्मपरायणः।
तत्त्वेभ्यः सर्वशास्त्रार्थादेशको
गुरुरुच्यते॥
अज्ञान तिमिरान्धस्य ज्ञानाञ्जन शलाकया।
चक्षुरुन्मीलितं येन तस्मै श्री
गुरवे नमः॥
गुकारस्त्वन्धकारस्तु रुकार स्तेज उच्यते।
अन्धकार निरोधत्वात्
गुरुरित्यभिधीयते॥
किमत्र बहुनोक्तेन शास्त्रकोटि शतेन च।
दुर्लभा चित्त विश्रान्तिः विना
गुरुकृपां परम्॥
प्रसिद्ध व्यक्तियों के गुरु पर कथन
यदि मुझे हजारों गुरुओं को वंदन करना पड़े तो मैं झिझकूँगा नहीं, क्योंकि मैं
जानता हूँ कि ये सभी गुरु मेरे अपने आत्मा के ही रूप हैं।
-स्वामी विवेकानन्द
गुरु बिना ज्ञान संभव नहीं है। जैसे सूर्य बिना प्रकाश और दीपक बिना ज्योति नहीं
हो सकता।
-महर्षि वाल्मीकि
एक महान शिक्षक के पास ज्ञान, जुनून और करुणा का संगम होता है।
-डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
गुरु गोविंद दोऊ खड़े, काके लागू पाय।
बलिहारी गुरु आपने, गोविंद दियो बताय।
-कबीर दास
बिनु सतसंग विवेक न होई। राम कृपा बिनु सुलभ न सोई।
-गोस्वामी तुलसीदास
तुम्हारे भीतर का दीपक ही तुम्हारा गुरु है। स्वयं पर भरोसा रखो और अपनी आत्मा की
ज्योति को पहचानो।
-भगवान बुद्ध
गुरु कुम्हार शिष कुंभ है, गढ़ि गढ़ि काढ़े खोट।
अंतर हाथ सहार दे, बाहर
बाहे चोट।
-कबीर दास
जो गुरु शिष्य को सच्चाई सिखाता है, वही असली गुरु है।
-आचार्य चाणक्य
गुरु को भगवान से भी ऊँचा स्थान प्राप्त है, क्योंकि गुरु ही हमें भगवान तक
पहुँचाने का मार्ग दिखाते हैं।
-स्वामी रामकृष्ण परमहंस
गुरु वह दीपक है जो अंधकार को चीर कर जीवन को प्रकाशमय बना देता है।
-महात्मा गांधी
जिसने गुरु के चरणों में समर्पण कर दिया, वह स्वयं परम ज्ञान को प्राप्त कर लेता
है।
-अष्टावक्र
गुरु वह साधना है जो शिष्य को स्वयं का वास्तविक स्वरूप दिखाता है।
-संत ज्ञानेश्वर
गुरु का उपदेश जीवन का ऐसा प्रकाश है, जो अज्ञान के अंधकार को मिटा देता है।
-संत एकनाथ
गुरु हमें न केवल ज्ञान देते हैं, बल्कि हमें अपने भीतर झाँकने की प्रेरणा भी
देते हैं।
-दलाई लामा
गुरु वह नहीं है जो आपको सिखाता है, बल्कि वह है जो आपको आपकी भूलों से मुक्त
कराता है।
-ओशो
गुरु वही है, जो आपकी बुद्धि को प्रेम, करुणा और आनंद से जोड़ता है।
-श्री श्री रविशंकर
गुरु के बिना ज्ञान की प्राप्ति संभव नहीं, वह जीवन का वास्तविक पथ दिखाते हैं।
-संत तुकाराम
गुरु का नाम स्मरण करने मात्र से जीवन के सारे संशय दूर हो जाते हैं।
-मीराबाई
गुरु ही वह दिव्य शक्ति हैं, जो हमें आत्मा और परमात्मा के मिलन का मार्ग दिखाती
हैं।
-आदि शंकराचार्य
गुरु के बिना मुक्ति संभव नहीं है, क्योंकि गुरु ही हमें 'स्वयं को जानो' का
रहस्य बताते हैं।
-अद्वैत वेदान्त
गुरु के उपदेश से ही भक्त को प्रभु की भक्ति का सही मार्ग मिलता है।
-संत रविदास
गुरु वह चाबी है जो हमारी सुप्त शक्तियों को जागृत करती है।
-पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य
गुरु जीवन का वह दीप है, जो ज्ञान के प्रकाश से अज्ञान के अंधकार को हर लेता है।
-रवींद्रनाथ टैगोर
अगर मैं अपने जीवन में किसी सच्चे पुरुष को देख पाया, तो वे मेरे गुरु श्री
रामकृष्ण परमहंस थे। उन्होंने मुझे न केवल सिखाया, बल्कि अपने आचरण से हर सत्य को
जी कर दिखाया।
-स्वामी विवेकानंद
गुरु बिनु भव निधि तरइ न कोई।
जो विरंचि संकर सम होइ।
-तुलसीदास
मेरा ज्ञान और मेरी विद्या, दोनों मेरे गुरु की शिक्षा का फल है। गुरु वही है जो
आपको विपत्ति से उबरने का मार्ग दिखाए और आपको आत्मनिर्भर बनाए।
-आचार्य चाणक्य
मुझे ईश्वर का साक्षात्कार तब हुआ, जब मैंने अपने गुरु गोविंद भगवतपाद के चरणों
में सिर झुकाया। गुरु का ज्ञान ही सच्चा आत्मज्ञान है।
-आदि शंकराचार्य
गुरु ही प्रकाश है, जो हमें इस संसार की अंधेरी गलियों से निकाल कर सत्य के मार्ग
पर चलाता है।
-गुरु नानक देव
गुरु ने मेरे मन को परमात्मा से जोड़ा। गुरु की कृपा से ही मेरी साधना सफल हुई।
-संत तुकाराम
गुरु विरजानंद ने मेरी दृष्टि खोल दी। उनके बिना मैं सत्य और असत्य का भेद नहीं
समझ पाता।
-दयानंद सरस्वती
Inspirational Guru Purnima Quotes
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गुरु पूर्णिमा सिर्फ एक पर्व नहीं है, यह उन अनमोल रिश्तों को याद करने का दिन है जो हमें हमारे जीवन के लक्ष्यों तक पहुंचने में मदद करते हैं। ये गुरु पूर्णिमा कोट्स (Guru Purnima Quotes in Hindi) आपको अपने गुरु के प्रति सम्मान और प्रेम व्यक्त करने का सुंदर माध्यम प्रदान करते हैं।
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