ऐ मालिक तेरे बंदे हम: प्रार्थना (Ae Malik Tere Bande Hum)

बेसिक शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश के आदेशानुसार उत्तर प्रदेश के सभी विद्यालयों में प्रत्येक बुधवार को ऐ मालिक तेरे बंदे हम प्रार्थना की जाती है। जिसके पश्चात राष्ट्रगान और फिर मेडिटेशन करवाया जाता है।
Ae Malik Tere Bande Hum Lyrics
ऐ मालिक तेरे बंदे हम,
ऐसे हो हमारे करम।
नेकी पर चले और बदी से टले,
ताकी हँसते हुये निकले दम॥
ये अंधेरा घना छा रहा,
तेरा इन्सान घबरा रहा,
हो रहा बेख़बर, कुछ ना आता नज़र,
सुख का सूरज छुपा जा रहा।
है तेरी रोशनी में वो दम,
तो अमावस को कर दे पूनम॥
बड़ा कमजोर है आदमी,
अभी लाखों हैं इस में कमी।
पर तू जो खड़ा, है दयालू बड़ा,
तेरी क्रिपा से धरती थमी।
दिया तूने हमें जब जनम,
तू ही झेलेगा हम सब के ग़म॥
जब जुल्मों का हो सामना,
तब तू ही हमें थामना।
वो बुराई करें, हम भलाई भरें,
नहीं बदले की हो कामना।
बढ़ उठे प्यार का हर कदम,
और मिटे बैर का ये भरम॥
ऐ मालिक तेरे बंदे हम,
ऐसे हो हमारे करम।
नेकी पर चले और बदी से टले,
ताकी हँसते हुये निकले दम॥