चालीसा (Chalisa)
चालीसा, चालीस छंदों (दोहा, सोरठा, श्लोक व चौपाई) से बना एक भजन या प्रार्थना होती है। जिसमें उन देवी, देवता का महात्म्य (प्रशंसा) और प्रार्थना (विनती) का वर्णन होता है। जिनके पाठ से उन्हें प्रसन्न करके कृपा दृष्टि प्राप्त की जा सकती है।
सनातन धर्म, जैन और सिख धर्म में चालीसा मुख्य रूप से प्रचलित हैं, जिनका पाठ पूजा, व्रत और त्योहारों में विशेष रूप से किया जाता है। कुछ भक्तजन अपने इष्ट की विशेष कृपा प्राप्ति के लिए नियमित चालीसा का भी पाठ करते हैं। चालीसाओं में सर्वाधिक प्रसिद्धि "हनुमान चालीसा" की है, प्रतिदिन लाखों की संख्या में भक्तजन इसका पाठ करते है।
श्री हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa Hindi)
श्री हनुमान चालीसा ॥ दोहा ॥ श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि। बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि॥ बुद्धिहीन तनु जान...
शिव चालीसा: जय गिरिजा पति दीन दयाला (Shri Shiv Chalisa)
श्री शिव चालीसा ॥ दोहा॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान। कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान ॥ ॥ चौपाई॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला।...
श्री दुर्गा चालीसा: नमो नमो दुर्गे सुख करनी (Durga Chalisa- Namo Namo Durge Sukh Karni)
श्री दुर्गा चालीसा नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो अम्बे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥२॥ शशि ललाट म...
श्री शनि चालीसा (Shani Dev Chalisa)
श्री शनि देव चालीसा ॥ दोहा ॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल। दीनन के दुख दूर करि, कीजै नाथ निहाल॥ जय जय श्री शनिदेव प्रभु, स...
श्री गणेश चालीसा (Shri Ganesh Chalisa)
श्री गणेश चालीसा ॥ दोहा ॥ जय गणपति सदगुण सदन, कविवर बदन कृपाल। विघ्न हरण मंगल करण, जय जय गिरिजालाल ॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय गणपति गण...
श्री विष्णु चालीसा (Shri Vishnu Chalisa)
श्री विष्णु चालीसा ॥ दोहा॥ श्री विष्णु सुनिए विनय सेवक की चितलाय। कीरत कुछ वर्णन करूं दीजै ज्ञान बताय। ॥ चौपाई ॥ नमो विष्णु भगवान खरारी...
देवियों की चालीसा
- माँ सरस्वती चालीसा: जय श्री सकल बुद्धि बलरासी
- माँ लक्ष्मी चालीसा: सिन्धु सुता मैं सुमिरौ तोही
- माँ काली चालीसा: अरि मद मान मिटावन हारी
- श्री काली चालीसा: जय जय जय काली कंकाली
- माँ महाकाली चालीसा: जय काली कंकाल मालिनी
- संतोषी माता चालीसा: जय संतोषी मात अनूपम
- संतोषी माता चालीसा: जय सन्तोषी माँ जग जननी
- श्री संकटा माता चालीसा: जय जय जय संकटा भवानी
- राधा रानी चालीसा: जय वृषभान कुंवारी श्री श्यामा
- गायत्री माता चालीसा: भूर्भुवः स्वः ॐ युत जननी
- तुलसी माता चालीसा: धन्य धन्य श्री तुलसी माता
- श्री तुलसी चालीसा: नमो नमो तुलसी गुणकारी
- श्री तुलसी चालीसा: नमो नमो तुलसी महारानी
- माँ विन्धेश्वरी चालीसा: जय जय विंध्याचल रानी
- माँ शीतला चालीसा: जय जय जय श्री शीतला भवानी
- श्री नर्मदा चालीसा: जय जय जय नर्मदा भवानी
- माँ नर्मदा चालीसा: नमो नमो रेवा महारानी
- श्री अन्नपूर्णा चालीसा: नित्य आनंद करिणी माता
- श्री पार्वती चालीसा: ब्रह्मा भेद न तुम्हरो पावे
- श्री राणी सती चालीसा: नमो नमो श्री सती भवानी
- श्री बगलामुखी चालीसा: जय जय जय श्री बगला माता
- श्री बगलामुखी चालीसा: नमो नमो पीताम्बरा भवानी
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माँ कैला देवी चालीसा: जय जय जय कैला महारानी
- माँ कैला देवी चालीसा: जय जय कैला मात भवानी
देवताओं की चालीसा
- श्री राम चालीसा: श्री रघुवीर भक्त हितकारी
- सूर्य देव चालीसा: जय सविता जय जयति दिवाकर
- श्री सूर्य देव चालीसा: जय भगवान सूर्य तम हारी
- श्री भैरव चालीसा: जय डमरूधर नयन विशाला
- श्री भैरव चालीसा: जय जय श्री काली के लाला
- श्री विश्वकर्मा चालीसा: विश्वकर्मा तव नाम अनूपा
- श्री विश्वकर्मा चालीसा: जय श्री विश्वकर्म भगवाना
- श्री कृष्ण चालीसा: जय यदुनंदन जय जगवंदन
- खाटू श्याम चालीसा: श्याम श्याम भजि बारंबारा
- खाटू श्याम चालीसा: वन्दहुँ श्याम प्रभु दुःख भंजन
- विनय चालीसा: जय जय नीब करौरी बाबा
- श्री नरसिंह चालीसा: हे प्रभु नरसिंह विश्व के स्वामी
- श्री नरसिंह चालीसा: नरसिंह देव मैं सुमिरौं तोही
- बटुक भैरव चालीसा: जय जय श्री काली के लाला
- श्री कुबेर चालीसा: जय जय जय श्री कुबेर भण्डारी
- श्री झूलेलाल चालीसा: रतनलाल रतनाणी नंदन
- श्री चित्रगुप्त चालीसा: चित्रगुप्त बल बुद्धि उजागर
- श्री चित्रगुप्त चालीसा: जय चित्रगुप्त ज्ञान रत्नाकर
- श्री नवग्रह चालीसा