शिव प्रश्नावली चक्र ऑनलाइन (Shiv Prashnavali Chakra Online)
शिव प्रश्नावली को कैसे प्रयोग करें?
- सबसे पहले भगवान शिव का ध्यान करें, यहाँ नीचे दी हुई भोलेनाथ की इमेज देखते हुये उनसे प्रार्थना करें कि आप हमें सही रास्ता दिखाएँ।
- "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप करें, फिर भगवान शिव कि इमेज पर क्लिक करें।
- जैसे ही आप भगवान शिव कि इमेज पर क्लिक करेंगे, आपको एक नंबर दिखेगा, साथ ही नीचे 'उत्तर दिखाएँ' और 'रीसेट' बटन दिखेंगे।
- उत्तर दिखाएँ बटन पर क्लिक करने पर आपको नीचे फलादेश दिखेगा। प्रक्रिया को पुनः शुरू करने के लिए 'रीसेट' बटन पर क्लिक करें।
शिव प्रश्नावली
“भगवान शिव आपको सही रास्ता दिखाएंगे, इसलिए भोलेनाथ पर अपना अटूट विश्वास बनाये रखें।”
शिव प्रश्नावली चक्र नंबर : 1
काम में आलस न करें। अपना कार्य पूरी ईमानदारी से करते रहें। 6 महीने में
आपको सफलता मिल सकती है, अच्छा समय शुरू होने के संकेत हैं।
उपाय-
हर मंगलवार
हनुमान चालीसा
का पाठ करें।
Shiva Prashnavali Chakra Number : 1
Do not be lazy in work. Do your work honestly. You can get success in
6 months. There are signs of good times starting.
Remedy-
Recite
Hanuman Chalisa
every Tuesday.
शिव प्रश्नावली चक्र नंबर : 2
अपने कामों के संबंध में किसी विश्वसनीय विशेषज्ञ से सलाह लें। मनमानी न
करें। आपने जिस काम से संबंधित प्रश्न पूछा है, उसमें आपको हानि हो सकती
है।
उपाय- हर सोमवार शिवलिंग पर अक्षत और जल चढ़ाएं।
Shiva Prashnavali Chakra Number : 2
Consult an expert regarding your work. You may suffer loss in the work
related to which you have asked the question.
Remedy- Offer rice and water to Shivling every Monday.
शिव प्रश्नावली चक्र नंबर : 3
अभी परिस्थितियां आपके पक्ष में नहीं
बन रही है। कुछ समय प्रतीक्षा करें। समय अनुकूल होने में थोड़ा समय
लगेगा।
उपाय-
"ॐ नम: शिवाय:" मंत्र का जाप करें और शिवजी को धतूरा चढ़ाएं।
Shiva Prashnavali Chakra Number : 3
Right now the circumstances are not in your favor. Wait for some time.
It will take some time for the time to become favorable.
Remedy- Chant the mantra Om Namah Shivaya.
शिव प्रश्नावली चक्र नंबर : 4
आपने जिस काम के संबंध में प्रश्न
पूछा है, उसमें सफलता मिलने के योग बन रहे हैं। कोई भी काम जल्दबाजी में
न करें। परिवार के अन्य सदस्यों की भी सलाह लें।
उपाय-
जरूरतमंद लोगों को दान दें। इसी से आपको फायदा मिल सकता है।
Shiva Prashnavali Chakra Number : 4
You may get success in the work related to which you have asked the
question. Do not be hasty. Take advice from other people too.
Remedy- Donate to the needy people as per your wish.
शिव प्रश्नावली चक्र नंबर : 5
किसी के सहयोग से आपका काम पूरा हो
सकता है। आपको पत्नी का पूरा-पूरा सहयोग मिलेगा। अच्छा समय आने वाला है।
लाभ होने के योग बन रहे हैं।
उपाय- हर मंगलवार और शनिवार हनुमानजी के दर्शन करें।
Shiva Prashnavali Chakra Number : 5
Your work can be completed with the help of your close relatives or
friends. There are also chances of monetary gains.
Remedy- Visit Hanumanji every Tuesday and Saturday.
शिव प्रश्नावली चक्र नंबर : 6
अभी आपके लिए संघर्ष के दिन हैं। समस्याओं के निदान के लिए करीब दो साल
तक आपको इंतजार करना पड़ सकता है। धार्मिक कार्य करते रहें।
उपाय- भगवान श्री गणेश जी की पूजा करें।
Shiva Prashnavali Chakra Number : 6
These are days of struggle. You may have to wait for about 2 years to
solve your problems. Keep doing religious work.
Remedy: Worship Lord Ganesha every Wednesday.
शिव प्रश्नावली चक्र नंबर : 7
आपका अच्छा समय शुरू होने वाला है।
आपके मन में जो परेशानी है, उसका अंत भी शीघ्र ही होगा। जरूरतमंदों का
मदद करते रहें।
उपाय- हर सोमवार महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
Shiva Prashnavali Chakra Number : 7
Your good times are about to begin. The troubles in your mind will
also end soon. Keep helping the needy.
Remedy: Chant the Mahamrityunjaya mantra every Monday.
Shiva Prashnavali, जिसे शिव शक्ति प्रश्नावली या भगवान शिव की ओर से मार्गदर्शन (Lord Shiva’s Oracle) प्राप्त करने का माध्यम माना जाता है, एक दिव्य साधन माना जाता है। यह विधि भगवान शिव के भक्तों द्वारा जीवन के विभिन्न प्रश्नों व उलझन में मार्गदर्शन, स्पष्टता और समाधान प्राप्त करने के लिए उपयोग की जाती है। यह उसी प्रकार की प्रक्रिया है, जैसे- श्रीराम शलाका प्रश्नावली या साईं बाबा प्रश्नावली।
भक्तगण शिव प्रश्नावली का उपयोग श्रद्धा, भक्ति और आस्था के साथ करते हैं। उनका विश्वास होता है कि भगवान शिव द्वारा चुने गए उत्तर, जीवन के विभिन्न प्रश्नों पर महत्वपूर्ण संदेश और मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। यह विधि व्यक्तिगत, आध्यात्मिक और व्यावहारिक समस्याओं के समाधान के लिए उपयोग की जाती है।
भगवान शिव के अद्वितीय स्वरूप और उनकी विशेषताएं
भगवान शिव हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक हैं और उन्हें महादेव, रुद्र, शंकर और नटराज जैसे कई नामों से जाना जाता है। उनका स्वरूप अत्यंत विशिष्ट और गहन प्रतीकात्मकता से परिपूर्ण है। शिव जी का नीला शरीर अनंतता और ब्रह्मांड की व्यापकता का प्रतीक है। उनके मस्तक पर चंद्रमा समय और ज्वार-भाटे का संकेत देता है, जबकि उनकी जटाओं से बहती गंगा जल की शुद्धता और जीवनदायिनी शक्ति का प्रतीक है। उनके गले में लिपटा सर्प मृत्यु और भय पर विजय का द्योतक है।
भगवान शिव से जुड़ी मुख्य विशेषताएं
- त्रिमूर्ति में स्थान: भगवान शिव त्रिमूर्ति के एक प्रमुख देवता हैं। वे सृजन (ब्रह्मा) और पालन (विष्णु) के साथ विनाश और परिवर्तन का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो सृष्टि के चक्र को संतुलित करता है।
- योग और तपस्या: शिव जी को योग और ध्यान का प्रतीक माना जाता है। वे त्याग, वैराग्य और आत्म-ज्ञान के आदर्श हैं।
- नटराज: शिव जी को नटराज के रूप में भी पूजा जाता है, जिसमें उनका तांडव नृत्य सृष्टि, विनाश और पुनर्सृजन के अनंत चक्र का प्रतीक है।
- पार्वती संग मिलन: भगवान शिव और देवी पार्वती का संगम ब्रह्मांड में पुरुष और प्रकृति के अटूट संबंध को दर्शाता है।
- पूजा और त्यौहार: शिव भक्त पूरे विश्व में भगवान शिव की पूजा करते हैं। महाशिवरात्रि भगवान शिव का प्रमुख पर्व है, जब भक्त उपवास रखते हैं और पूरी रात उनकी आराधना करते हैं।
शिव प्रश्नावली चक्र ऑफलाइन
शिव प्रश्नावली चक्र, भगवान शिव के अद्भुत दिव्य उत्तरों या समाधानों का यंत्र है। इसमें 1 से 7 तक अंक होते हैं, और प्रत्येक अंक का उत्तर भक्तों के जीवन से संबंधित किसी विशेष प्रश्न का समाधान देता है।
शिव प्रश्नावली का उपयोग कैसे करें?
- दैनिक क्रियाओं से निवृत्त होकर, प्रातः स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- भगवान शिव का ध्यान करें और “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का 5 बार जाप करें।
- पूर्ण श्रद्धा और भक्ति के साथ आँखें बंद करके भगवान शिव की छवि पर अँगुली घुमाएँ।
- अब आपकी उंगली जहां पर रुकी है, वहाँ पर 1 से 7 संख्या तक, एक अंक प्राप्त होगा।
- इसके बाद नीचे दिये गए सूची से प्राप्त संख्या के सामने का फलादेश (उत्तर) देखें।
भगवान शिव के प्रति आस्था का सार उनके प्रति समर्पण, प्रेम और भक्ति में है। शिव प्रश्नावली के माध्यम से आप भगवान शिव के आशीर्वाद से जीवन के हर पहलू पर समाधान और मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं।
शिव प्रश्नावली के फलादेश
१- काम में आलस न करें। अपना कार्य ईमानदारी से करते रहें। ६ माह में आपको सफलता मिल सकती है, अच्छा समय शुरू होने के संकेत हैं।
उपाय- हर मंगलवार हनुमान चालीसा का पाठ करें।
२- अपने कामों के संबंध में किसी विश्वसनीय विशेषज्ञ से सलाह लें। मनमानी न करें। आपने जिस काम से संबंधित प्रश्न पूछा है, उसमें आपको हानि हो सकती है।
उपाय- हर सोमवार शिवलिंग पर जल चढ़ाएं।
३- अभी परिस्थितियां आपके पक्ष में नहीं बन रही है। कुछ समय प्रतीक्षा करें। समय अनुकूल होने में थोड़ा समय लगेगा।
उपाय- "ऊं नम: शिवाय:" मंत्र का जाप करें। शिवजी को धतूरा चढ़ाएं।
४- आपने जिस काम के संबंध में प्रश्न पूछा है, उसमें सफलता मिलने के योग बन रहे हैं। कोई भी काम जल्दबाजी में न करें। परिवार के अन्य सदस्यों की भी राय लें।
उपाय- जरूरतमंद लोगों को दान दें। इसी से आपको फायदा मिल सकता है।
५- किसी के सहयोग से आपका काम पूरा हो सकता है। आपको पत्नी का पूरा-पूरा सहयोग मिलेगा। अच्छा समय आने वाला है। लाभ होने के योग बन रहे हैं।
उपाय- हर मंगलवार और शनिवार हनुमानजी के दर्शन करें।
६- अभी आपके लिए संघर्ष के दिन हैं। समस्याओं के निदान के लिए करीब दो साल तक आपको इंतजार करना पड़ सकता है। धार्मिक कार्य करते रहें।
उपाय- भगवान श्रीगणेशजी की पूजा करें।
७- आपका अच्छा समय शुरू होने वाला है। आपके मन में जो परेशानी है,उसका अंत भी शीघ्र ही होगा। जरूरत मंदों का मदद करते रहें।
उपाय- प्रत्येक सोमवार को महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।